उच्च रक्तचाप, हाई ब्लड प्रेशर या हाइपरटेंशन एक तरह का साइलेंट किलर माना जाता है । ये शरीर को कई तरीकों से नुकसान पहुंचा सकता है। ज्यादातर लोग इस बीमारी को गंभीरता सजे नहीं लेते हैं तो इसलिए ये बीमारी हमारा ज्यादा नुकसान कर बैठता हे।
ब्लड प्रेशर, उच्च रक्तचाप एक ऐसी बीमारी हे जो की पहले ६० साल की उम्र के बाद ५० % लोगों को होता था। पर अब परिबर्तन जिबनसैली के कारन अब ये काम उम्र के बच्चों को वि होने लगा हे। ब्लड प्रेशर (BP) अचानक से बढ़ना स्वास्थ्य के लिए बेहद खतरनाक हो सकता है। ऐसे में मरीज को तुरंत बीपी कंट्रोल करने की जरूरत होती है
उपाय
हाई ब्लड प्रेशर और उच्च रक्तचाप, लॉ ब्लड प्रेशर होने पर आप क्या उपाय करते हैं? दवाईयों का सेवन हाई ब्लड प्रेशर को परमानेंट सॉल्यूशन नहीं है। ब्लड प्रेशर को कंट्रोल में रखने के लिए हम बहुत सी दवाईयों लेते हैं, लेकिन यह इसे जड़ से खत्म करने में मददगार साबित नहीं हो सकती। बल्कि ऐसे काईन तरह का बीमारियां पयेदा होतें हैं। जैसे- दिल का दौरा, दिल की बीमारियां, किडनी की समस्या, ब्लड क्लोट्स व अन्य इसमें शामिल हैं।
क्या पीठ और कमर के दर्द का इलाज आयुर्वेदिक मैं सम्भब हे ? आइये जानते हैं इसका कारण लक्षण और इलाज।
प्याज

प्याज क्वेरसेटिन नामक फ्लेवोनॉयड्स से भरपूर होता है जो आपके रक्त वाहिकाओं को पतला करने में मदद करता है। इसके सेवन के बाद ब्लड प्रेशर को तुरंत कम किया जा सकता है। तो रोज खाने मैं प्याज का सेवन करना न भूलें।
लहसुन

लहसुन को ब्लड प्रेशर कंट्रोल का एक बेहतरीन स्रोत माना जाता है। ये शरीर में कॉलेस्ट्रॉरल के लेवल को नियंत्रण में रखना, इम्युनिटी को सुधारना में मदत करता हे। लहसुन को पका कर खाने से इसके कुछ आवश्यक गुण खत्म हो जाते हैं।
आप, लहसुन को काट कर उसे सीधे पानी के साथ खा सकते हैं। लेकिन अगर आपको इसे कच्चा खाना पंसद नहीं है । तो आप इसे अपने फूड में मिलाकर इसे अपनी डाइट का हिस्सा बना सकते हैं। इस काटने के बाद थोड़ी देर रख देने से यह हवा में मौजूद ऑक्सिजन से भी मिल जाता है । जो शरीर के लिए फायदेमंद माना जाता है। लहसुन की दो या तीन कलियों को सुबह खाली पेट पानी के साथ चबाकर खाना चाहिए। चबाने में दिक्कत हो तो लहसुन के रस की 5-6 बूंद 20 मिली पानी में मिलाकर ले सकते हैं।
आंवला

आंवला एक आयुर्वेदिक गुणकारी चीज होता हे। ऐसे हाई ब्लड प्रेशर रोगिओं की जरूर सेवन करना जरुरी होता हे। इस मैं सिर्फ हाई ब्लड प्रेशर ही नहीं कई बीमारियों को शरीर से दूर रखने में मदद करता है। आप पानी में आधा चम्मच आंवले (Amla) का पाउडर मिलाकर इसका सेवन करें। इतना ही नहीं इसे शहद के साथ मिलाकर भी खाया जा सकता है। शहद शरीर में ब्लड सर्कुलेशन को बेहतर बनाता है। आंवले का इस्तेमाल सुबह खाली पेट किया जाना चाहिए। आप आंवले के जूस को भी अपनी डाइट में शामिल कर सकते हैं.
काली मिर्च

आयुर्वेदिक चिकित्सकों के अनुसार बीपी अचानक से बढ़ने पर आधा गिलास पानी में काली मिर्च पाउडर डालकर पिने से ब्लड प्रेशर कंट्रोल रहता हे। इसके अलावा काली मिर्च का सेवन करने से कई बीमारियों से भी राहत मिल सकती है। इससे पाचन सिस्टम मजबूत होता है।
अर्जुन की छाल

अर्जुन की छाल का 10 ग्राम चूर्ण, 100 मिली दूध और100 मिली पानी लेते हैं। फिर इसे पकाते हैं । जब सिर्फ दूध बच जाए, मतलब सिर्फ 100 मिली रह जाए तब इसे आंच से उतार कर, ठंडा करके, छान कर इसे पीते हैं।
अश्वगंधा

अश्वगंधा एक और्वेदिक जड़ीबूटिओं मैं से एक हे। ये स्टेस हार्मोन ओर रक्त चाप के स्तर को काम करता हे। इस के अलावा इ मानशिक तनाब को दूर करता हे। हम इसका पाउडर बनाकर खा सकते हैं।
शंखपुष्पी

ये मानसिक तनाब के लिए इस्तिमाल की जाती हे। पर इ उच्च रक्त चाप के लिए वि इस्तेमाल करते हैं।
सर्पगंधा

सर्पगंधा सबसे अच्छी आयुर्वेदिक जड़ीबूटिओं मैं से एक हे। ये हाई ब्लड प्रेशर के लिए इस्तिमाल की जाती हे। बेहतर परिणाम के लिए इस के जड़ को पेस्ट बना कर गुलाब जल के सेठ खा सकते हें।
नागफनी

नागफनी एक और्वेदिक ओषधि हे । जो हाई ब्लड प्रेशर को काम करने मैं मदत करती हे। इसका पानी या चाय पिनेसे ब्लड प्रेशर को काम कीजै सकती हे।
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